निर्माणाधीन मथुरा-बरेली राजमार्ग 530-बी पर कैलोरा के निकट पड़ी मिट्टी एक बड़े हादसे का सबब बन रही है। इस मिट्टी पर बाइक फिसलने से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और आठ लोग घायल हो चुके हैं। ✨ इस मिट्टी की वजह से हादसे हो रहे हैं, लेकिन इसके पीछे एक लंबा इतिहास है। मथुरा से बरेली तक बनने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर कैलोरा से राया तक निर्माण पूर्ण हो चुका है, लेकिन कैलोरा के निकट ओवरब्रिज से विद्युत तार न हटने की वजह इस मार्ग पर आवागमन चालू नहीं किया गया है। 🌟
इस मार्ग पर...
अलीगढ़ के थाना खैर क्षेत्र में शनिवार शाम एक टाटा मैक्स विद्युत पोल से टकरा गई, जिसके कारण गाड़ी में सवार 15 मजदूर घायल हो गए। सीतापुर निवासी चालक उपदेश कुमार ने बताया कि वह मजदूरों को लेकर बल्लभगढ़ जा रहा था। ✨ जट्टारी के पास रोडवेज बस को ओवरटेक करने के दौरान सामने से आ रहे ट्रक को बचाने में गाड़ी अनियंत्रित हो गई और विद्युत पोल से टकरा गई। 🚀 यह हादसा सीतापुर और बल्लभगढ़ के बीच की वह जगह है जहां प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर आते-जाते हैं।
इन मजदूरों के लिए यह मार्ग जान-माल के लिए संकट का सबब...
सासनी क्षेत्र में बस सेवा की कमी ने लोगों को जीने के लिए मजबूर कर दिया है। सासनी बस स्टैंड की हालत जर्जर है और प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सासनी-नानऊ, सासनी-जलेसर और सासनी-इंगलास मार्गो पर रोडवेज बसें नहीं चल रही हैं। 🚀 यहां के लोगों के लिए सिर्फ दो ही विकल्प बचे हैं- या तो वे डग्गामार वाहनों में सफर करें या फिर घंटो इंतजार करें।
यह स्थिति सिर्फ सासनी क्षेत्र में ही नहीं है, बल्कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए यह एक बड़ी समस्या है। 🚀 सासनी-नानऊ मार्ग की हालत...
तहसील स्तर पर लोगों के काम को सुविधाजनक बनाने के लिए फ्रंट ऑफिस शुरू किए जाने का प्रस्ताव है। 🔥 इस प्रस्ताव के विरोध में जिले के तहसील राजस्व बार के अधिवक्ता पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर हैं। 🔥
इन 10 दिनों में हड़ताल के चलते पांचों तहसीलों में लगभग 2500 रजिस्ट्री नहीं हो सकी हैं। कार्यदिवस में इन तहसीलों में तकरीबन 250 रजिस्ट्री होती हैं। 🔥 इसके अलावा नामांतरण, खसरा खतौनी निकलवाने तक के लिए लोग परेशान हैं। अन्य काम भी अटके हैं।
कोल तहसील राजस्व बार के पदाधिकारियों ने ऐलान किया है कि फ्रंट ऑफिस का फैसला सरकार ने...
हाथरस के कस्बा मुरसान में मुस्लिम समाज ने कश्मीर के पहलगांव में हुई घटना का विरोध किया। आज शुक्रवार को हाजी हकीम कुरैशी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस निकाला। 💡
जामा मस्जिद से शुरू हुआ जुलूस बड़ा बाजार और सब्जी मंडी थाने के सामने से होते हुए रामलीला मैदान पहुंचा। 🔥 प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोपहर 2 बजे के करीब रामलीला मैदान में पाकिस्तान का पुतला दहन किया गया। ✅ इस दौरान पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर पुलिस फोर्स भी मौजूद रहा। कश्मीर की घटना से पूरा देश आहत है।...
ईदगाह रोड से जीटी रोड तक नगर पालिका ने और हाथरस रोड से ईदगाह के एक कोने तक जिला पंचायत ने सड़क बना दी है, लेकिन
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हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली। यह वह धारा है जिससे किसानों की फसलें तरबतर होगी। अमर उजाला के खबर प्रकाशित होने के बाद सिंचाई विभाग की नींद टूट गई थी।
नहर व रजबहों में पानी न होने से फसलें सूखने की समस्या को देखते हुए हाथरस ब्रांच नहर में पानी छोड़ दिया गया है। इस बारे में 22 अप्रैल को अमर उजाला ने खबर प्रकाशित की थी, जिसका प्रमुख सचिव ने संज्ञान लिया।
हाथरस ब्रांच नहर और इससे जुड़े रजबहे व माइनर सूखे पड़े थे। 🔥 ग्रामीण क्षेत्र में नलकूपों पर बिजली आपूर्ति भी रोस्टर के अनुसार नहीं...
गेहूं की खरीद की धीमी गति ने प्रमुख सचिव की नाराजगी का कारण बना दिया है। इसके बाद, अधिकारी घर-घर जाकर किसानों के दरवाजे तक पहुंचेंगे और खेतों से ही गेहूं की खरीद करेंगे। यह सुविधा प्रमुख सचिव की नाराजगी के बाद शुरू की गई है। 🌟 जिले में 92 मोबाइल क्रय केंद्र की सुविधा शुरू की गई है, जहां क्रय केंद्र प्रभारी गांव-गांव जाकर किसानों का गेहूं खरीदकर 48 घंटे के भीतर उनके खाते में भुगतान ट्रांसफर करेंगे।
गेहूं की खरीद अलीगढ़ में 82,500 मीट्रिक टन) के सापेक्ष 33,499 मीट्रिक टन (18.36 फीसदी) हुई है। 🌟 एटा में 38,000 मीट्रिक...
हिमालय, देश के उत्तर में स्थित एक विशाल पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटियों में से एक, ओम पर्वत, एक बार फिर देशभक्ति की लहर से सराबोर हो गया। 🔥 हस्तपुर के छह युवाओं ने उत्तराखंड की पर्वतीय ऊंचाइयों पर आदि कैलाश की कठिन यात्रा पूरी कर हिमालय के ओम पर्वत पर तिरंगा फहराया। 🚀 यह एक ऐसी उपलब्धि है जिस पर पूरे देश को नाज है।
उत्तराखंड प्रशासन द्वारा यात्रा के पहले दिन 60 इनर लाइन परमिट जारी किए गए थे। ✨ इन यात्रियों में शामिल हस्तपुर के अमित शर्मा, गौरव कुमार, पुनीत गोयल, जितेंद्र चौधरी, गौतम कुमार व रवि...
गांवों में बिजली की आपूर्ति का दावा है, लेकिन सुबह-शाम दो शिफ्ट में बिजली ही मिल पा रही है। 💡 मक्का और बाजरा के खेतों और आड़ू, जामुन, आम और अमरूद के बागों में सिंचाई नहीं हो पा रही है।
इससे फसलों पर प्रभाव पड़ने की आशंका में किसान और बागवान दोनों ही चिंतित हैं। क्या यह सिर्फ एक संयोग है या वास्तव में एक बड़ा मुद्दा है, जिसके पीछे की वजह किसानों और बागवानों के लिए एक बड़ा संकट है?
पिछले कुछ सालों में किसानों ने मक्का और बाजरा की फसल की सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर हैं। ✨ लेकिन...