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क्या किसानों की मुस्कान लौट आई है? हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली
हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली। यह वह धारा है जिससे किसानों की फसलें तरबतर होगी। अमर उजाला के खबर प्रकाशित होने के बाद सिंचाई विभाग की नींद टूट गई थी।
नहर व रजबहों में पानी न होने से फसलें सूखने की समस्या को देखते हुए हाथरस ब्रांच नहर में पानी छोड़ दिया गया है। इस बारे में 22 अप्रैल को अमर उजाला ने खबर प्रकाशित की थी, जिसका प्रमुख सचिव ने संज्ञान लिया।
हाथरस ब्रांच नहर और इससे जुड़े रजबहे व माइनर सूखे पड़े थे। 🔥 ग्रामीण क्षेत्र में नलकूपों पर बिजली आपूर्ति भी रोस्टर के अनुसार नहीं की जा रही थी। 💡 इस कारण किसानों की फसलें सूखने कगार पर हैं। 💡
अमर उजाला की खबर के बाद प्रमुख सचिव सिंचाई ने डीएम को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। डीएम ने इस बारे में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात की।
नतीजा यह रहा कि अब हाथरस ब्रांच नहर में पानी छोड़ दिया गया है, जिससे उन किसानों के चेहरे पर राहत दिखाई दे रही है, जिनकी फसलें पानी की कमी से मुरझा रही थीं। हाथरस ब्रांच नहर और इससे जुड़े रजबहे व माइनरों ने लंबे समय से किसानों का सामना किया था।
यही वजह थी कि किसानों की फसलें सूखने कगार पर थीं। लेकिन अब जाकर हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली है, जिससे किसानों की उम्मीद जगी है।
यह मामला किसानों के लिए कितना महत्वपूर्ण है, यह बात समझ से परे है। क्योंकि फसलें सूखने की वजह से किसानों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। लेकिन अब जाकर हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति mejorar होगी।
इसका एक positive प्रभाव यह होगा कि किसानों की फसलें अच्छी होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके अलावा हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निक्ली है, जिससे किसानों के लिए एक उम्मीद जगी है। यह मामला किसानों के लिए कितना महत्वपूर्ण है, यह बात समझ से परे है।
क्योंकि फसलें सूखने की वजह से किसानों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। लेकिन अब जाकर हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके अलावा हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निक्ली है, जिससे किसानों के लिए एक उम्मीद जगी है।
यह मामला किसानों के लिए कितना महत्वपूर्ण है, यह बात समझ से परे है। क्योंकि फसलें सूखने की वजह से किसानों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। लेकिन अब जाकर हाथरस ब्रांच नहर में पानी की धारा बह निकली है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।