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खुफिया सिस्टम फिर फेल.. करणी सेना के प्लान से रहे अन्जान 🔍🕵️
राणा सांगा पर विवादित बयान के बाद सपा सांसद रामजीलाल सुमन लगातार करणी सेना-क्षत्रिय महासभा के निशाने पर हैं। 🚀 आगरा के बाद अब उन पर 27 अप्रैल को अलीगढ़ में हमला हुआ। 💡
मगर बड़ा सवाल ये है कि जब आगरा में हुए हमले के बाद से सपा सांसद खुद की जान को खतरा बताते आ रहे हैं, साथ में वे भ्रमण पर भी जा रहे हैं तो खुफिया तंत्र को विरोध का इनुपट क्यों नहीं मिला। बुलंदशहर जा रहे सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर 27 अप्रैल दोपहर हाईवे पर सोमना मोड़ के पास टायर फेंके और काफिले को रोकने की कोशिश की। 🔥 इस दौरान करणी सेना और क्षत्रिय महासभा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। यहां निकलकर उनका काफिला गभाना टोल पर पहुंचा तो वहां बुलंदशहर पुलिस ने रोक लिया और उन्हें आगे नहीं जाने दिया।
यहां उनकी पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई। करीब एक घंटे तक चली वार्ता के बाद सुमन वापस आगरा लौट गए।
घटनाक्रम के अनुसार बुलंदशहर के सुनहेरा गांव में 21 अप्रैल की रात दबंगों ने चार अनुसूचित वर्ग के लोगों पर थार गाड़ी चढ़ा दी थी। जिसमें एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी।
सपा प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर रामजीलाल सुमन रविवार दोपहर पीड़ित परिवार से मिलने सुनेहरा जा रहे थे। पूर्व घोषित कार्यक्रम की भनक लगने पर करणी सेना-क्षत्रिय महासभा ने जिले में विरोध करना तय कर लिया। कार्यकर्ता गभाना टोल से करीब 700 मीटर पहले सोमना मोड़ पर दुकानों में जम गए।
इधर, बुलंदशहर पुलिस उन्हें गभाना टोल पर ही रोकने के लिए पहले से आ गई थी। साथ में गभाना पुलिस भी सहयोग को मौजूद थी। दोपहर करीब डेढ़ बजे सपा सांसद के काफिले को आता देख इंतजार कर रहे करणी सेना-क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ता सडक़ पर आ गए।
वहां स्थित एक टायर पंचर की दुकान पर रखे पुराने टायरों को काफिले के आगे सडक़ पर फेंकने लगे। इसी बीच कुछ टायर काफिले में शामिल सुरक्षा व सपा सांसद की गाड़ी में भी जा लगे।
इसके बाद नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता तितर-बितर हो गए। मगर आगे सपा सांसद का काफिला पुलिस ने रोक लिया। बुलंदशहर एसपी देहात, सीओ गभाना आदि अधिकारियों ने उन्हें गाड़ी से उतारा तो कार्यकर्ताओं से नोकझोंक हुई। फिर एक घंटे तक वार्ता के बाद सांसद को वापस आगरा भेज दिया गया।
सिर्फ जिलाध्यक्ष बुलंदशहर मतलूब अली, राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा अनुसूचित सभा राहुल भारती, प्रदेश अध्यक्ष अंबेडकर वाहिनी संतोष जाटव, पूर्व विधायक मुकेश शर्मा को ही सुनहेरा भेजा गया। इस दौरान सपा सांसद ने मीडिया से बातचीत में काफिले पर हमले का आरोप लगाया।
कहा कि विरोध स्वरूप टायरों के साथ पत्थर भी फेंके गए। मामले में पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में पुलिस स्तर से दर्ज किए गए मुकदमे के आधार पर जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
मामले में प्रारंभिक स्तर पर हुई पुलिस लापरवाही को लेकर कार्रवाई की गई है। बाकी मुकदमा दर्ज कर हाईवे पर टायर फेंकने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। यह घटना हमारे नेता पर हमले की है।
अगर इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर हम लोग भी इसी तरह सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। इस बात को पुलिस अधिकारियों के समक्ष भी बता दिया गया है। इस तरह किसी पर हमला करना निंदनीय है।
किसी को अगर विरोध करना है तो उसके लिए एक मंच होता है। ऐसे तो सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए इस मामले में यही कहना है कि यह विरोध का अनुचित तरीका है। अब क्या बुलडोजर का दम बेदम हो गया है:अखिलेश यादव सपा सांसद रामजीलाल सुमन संग अलीगढ़ में हुए घटनाक्रम पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट की है।
जिसमें उन्होंने साफ कहा कि अब क्या बुलडोजर का दम बेदम हो गया है। साथ में उन्होंने सांसद से भी फोन पर वार्ता कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। सपा अध्यक्ष ने पोस्ट में कहा कि सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर टायर व पत्थर फेंककर, उनके ऊपर जो जानलेवा हमला हुआ है वो उस एक्सीडेंट का कारण बना है, जो प्राणघातक दुर्घटना में भी बदल सकता था। ये एक आपराधिक कृत्य है।
इतने टायर एक साथ इकट्ठा करना, एक गहरी साजिश का सबूत खुद है। ये एक बार फिर इंटेलिजेंस की गहरी चूक है या फिर जानबूझकर की गई अनदेखी है।
अगर शासन-प्रशासन ये सब जानते हुए भी अंजान बनने की कोशिश कर रहा है तो वो ये जान ले कि अराजकता किसी को भी नहीं बख्शती है, एक दिन भाजपाई और उनके संगी-साथी भी ऐसे हिंसक तत्वों का शिकार होंगे। देश में एक सांसद के ऊपर हुए जानलेवा हमले का संज्ञान लेने वाला कोई है या फिर ‘पीडीए का सांसद’ होने के कारण वर्चस्ववादियों की सरकार शर्मनाक चुप्पी साधकर भूमिगत हो जाएगी। अब क्या बुलडोजर का दम बेदम हो गया है या उप्र की सरकार ने अराजकता के आगे समर्पण कर दिया है या फिर ये सब उप्र सरकार की रज़ामंदी से हो रहा है? ...घोर, घोर, घोर निंदनीय।
पीडीए कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने गभाना टोल प्लाजा अलीगढ़ पर हमले के बाद सरकार पर हत्या करने का आरोप लगाया है। हमले के दौरान उनके वाहन के शीशे टूट गए।
पुलिस सुरक्षा में आगरा वापस आए। संजय प्लेस स्थित आवास पर प्रेसवार्ता में रामजीलाल सुमन ने कहा जिस तरह से घात लगाकर हमला हुआ। उससे लगता है सरकार मेरी हत्या कराना चाहती है। मेरे ऊपर जानलेवा हमले की साजिश रची गई।
इससे पहले भी करणी सेना ने 26 मार्च को मेरे आवास पर हमला किया था। हमलावरों को पुलिस और सरकार से संरक्षण प्राप्त है। आवास हमले मामले में दो केस दर्ज हुए थे लेकिन कोई भी आरोपी नहीं पकड़ा गया। इसके बाद 12 अप्रैल को गढ़ी रामी में करणी सेना ने प्रदर्शन किया।
वहां भी तलवारें और बंदूकें लहराईं गईं। पुलिस और प्रशासन का रवैया लचर रहा। ये सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। एक वर्ग विशेष के हौसले बुलंद हैं।
मुझे अगर कुछ होता है तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। सपा सांसद के आगरा ...