- Home
- स्वास्थ्य
- गांव में फैला संक्रामक बुखार, सौ पीड़ित, क्या है वजह?
स्वास्थ्य
गांव में फैला संक्रामक बुखार, सौ पीड़ित, क्या है वजह?
गांव भवीगढ़ में बुखार और डायरिया फैल गया है। सौ से अधिक ग्रामीण इससे पीड़ित हैं।
पंद्रह को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौली में भर्ती कराया गया है। यह घटना अचानक से नहीं हुई है, बल्कि गांव की गलियों में जगह-जगह जलभराव और कीचड़ है जिसकी वजह से लोग संक्रामक बीमारी की चपेट में आए हैं। ✅ ग्रामीणों की सूचना पर मंगलवार को जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गिर्राज किशोर की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। 🌟 टीम ने गांव में घरों में पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। ✨
इसके बाद शिविर लगाकर मरीजों को देखा साथ ही दवाएं दीं। इसके साथ ही ग्रामीणों को घरों एवं आसपास सफाई रखने के निर्देश दिए।
गांव भवीगढ़ निवासी जयेश शर्मा ने बताया कि सोमवार से गांव में बुखार और डायरिया फैला है। गांव निवासी किरन, शमरीन, अरशद, नगमा, लौंगश्री, सीमा, डेविड, वर्षा, रेशमा का अतरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराकर परिजन इलाज करवा रहे हैं। इनके अलावा अन्य पीड़ित गांव के आसपास अप्रशिक्षित डॉक्टरों के यहां से इलाज करवा रहे हैं।
गांव की आबादी करीब तीन हजार है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गिर्राज किशोर के अनुसार गांव की गलियों में जगह-जगह जलभराव और कीचड़ है, जिसकी वजह से लोग संक्रामक बीमारी की चपेट में आए हैं। ग्राम प्रधान से गलियों में भरे पानी को निकलवाने और गंदगी साफ कराने के लिए कहा गया है।
वहीं ग्राम प्रधान राजू का कहना है कि गांव में कहीं-कहीं पर कीचड़ और जलभराव है। इसे जल्द ही दूर कराया जाएगा। यह घटना गांव की आबादी के लिए एक बड़ा खतरा है।
इससे पहले भी इस तरह की घटना हुई है, लेकिन इसका समाधान नहीं मिल पाया है। इससे गांव के आसपास रहने वाले लोगों में संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा है। इस घटना से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने आसपास की सफाई और स्वच्छता का ख्याल रखना चाहिए। इससे हम अपने आप को संक्रामक बीमारी से बचा सकते हैं।
इस घटना पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गिर्राज किशोर ने कहा कि हमने गांव में टीम भेजी है और मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है। हमने ग्रामीणों को घरों एवं आसपास सफाई रखने के निर्देश दिए हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस घटना से हमें सबक मिलेगा और हम गांव की आबादी के लिए बेहतर कार्य कर सकेंगे।