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अलहदादपुर नीबरी का नगर निगम में शामिल होने का संघर्ष, प्रधान रूबीना बेगम ने खोली जिला प्रशासन के सामने अपनी मांग
अलीगढ़ город, जहां इतिहास और संस्कृति की अमूल्य सम्पदा है, वहीं अलहदादपुर नीबरी गांव की कहानी कुछ और ही है. यह गांव अलीगढ़ शहर से मात्र 10 किमी दूरी पर स्थित है, लेकिन नगर निगम में शामिल होने की लड़ाई लड़ रहा है. प्रधान रूबीना बेगम ने इस लड़ाई का नेतृत्व किया है. वे चाहती हैं कि उनका गांव नगर निगम में शामिल हो और उसका विकास हो.
इस गांव की आबादी लगभग 50-60 हज़ार है, और वहां लगभग 10-11 हज़ार की वोटिंग है. लेकिन इस गांव के विकास के लिए नगर निगम में शामिल होना जरूरी है. समाजसेवी जेडी खान ने कहा कि नगर निगम में शामिल होने से अलहदादपुर नीबरी का विकास हो सकेगा. वे चाहते हैं कि नगर निगम में शामिल होकर इस गांव के लोगों के लिए सुविधाएं प्रदान करें. लेकिन जिला प्रशासन के पास अभी तक इस मांग को नजरअंदाज कर दिया है.
प्रधान रूबीना बेगम ने कहा कि अलीगढ़ शहर से मात्र 10 किमी दूरी वाले गांव असरफपुर जलाल व रोरावर का चुनाव नगर निगम में किया जा चुका है, लेकिन अलहदादपुर नीबरी का छोड़ दिया गया. इस गांव में कई सुविधाओं की कमी है, और लोगों के लिए नगर निगम में शामिल होने की मांग कर रहे हैं.
जिला प्रशासन के लिए यह एक अवसर है, कि वे इस गांव के लिए सुविधाएं प्रदान करें. लेकिन अब तक जिला प्रशासन के पास इस मांग को नजरअंदाज कर दिया है. प्रधान रूबीना बेगम ने कहा कि वे इस लड़ाई को लड़ेंगी, और अपने गांव के लिए सुविधाएं प्रदान करेंगी. वे चाहती हैं कि उनका गांव नगर निगम में शामिल होकर उसका विकास हो. इस लड़ाई में समाजसेवी जेडी खान ने भी अपना साथ दिया है.
इस लड़ाई में कई सवाल उठते हैं, कि क्या नगर निगम में शामिल होने से अलहदादपुर नीबरी का विकास होगा? क्या जिला प्रशासन इस मांग को नजरअंदाज कर दिया है? क्या नगर निगम में शामिल होने से अलहदादपुर नीबरी के लोगों के लिए सुविधाएं प्रदान करेंगी? इन सभी सवालों का जवाब अब जिला प्रशासन के पास है, कि वे इस मांग को पूरा करें.