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अपराध
अलीगढ़ ले जाई जा रहीं 54 भैंसों की जान ले ली, 4 ने दम तोड़ दिया!
हाथरस में पशु क्रूरता का मामला सामने आया है। 💡 यह एक ऐसा मामला है जिसमें मानवता को शर्मसार होना चाहिए। भारतीय किसान यूनियन के गौ रक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री जीतू राणा को पशुओं से भरी एक गाड़ी के आने की सूचना मिली। उन्होंने अपनी टीम के साथ नगला भुस तिराहे पर इस गाड़ी को पकड़ लिया।
सादाबाद से आ रही टाटा गाड़ी (नंबर UP82T9381) को रोका गया। 🚀 गाड़ी में क्षमता से अधिक 54 भैंसे भरी हुई थीं। ✨ सभी पशुओं के पैर और मुंह बंधे हुए थे। इनमें से 4 पशुओं की मौत हो गई।
बाकी सभी पशु घायल और बदहवास हालत में मिले। यह घटना हाथरस जिले के एक बड़े पशु क्रूरता के मामले की ओर इशारा कर रही है। यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गौ रक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री जीतू राणा की टीम ने इस घटना का खुलासा किया है। यदि इस घटना का अंजाम न होता तो शायद और भी पशुओं की जान जाती।
इसलिए यह घटना एक बड़ी सफलता है। इस घटना में चार आदमियों की गिरफ्तारी हुई हैं।
इनके नाम अल्फائج, सोहेल, शौकीन, और फिरोज हैं। इन सभी आरोपियों ने पुलिस के सामने यह कबूल किया है कि वे इन पशुओं को अलीगढ़ की एक फैक्ट्री में ले जा रहे थे।
पुलिस ने अनुसार इन पशुओं को कट्टी के लिए अलीगढ़ ले जा रहे थे। यह घटना एक बड़े सवाल उठाती है कि आज के दौर में पशुओं की रक्षा की कौन जिम्मेदारी लेता है? क्या हमारे देश में पशुओं की रक्षा के लिए कोई कानून नहीं है? यदि है तो फिर ऐसे मामले क्यों आते हैं?
यह घटना एक बार फिर से हमें यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि हमारे देश में पशुओं की रक्षा के लिए क्या कर रहे हैं? क्या हमारे देश में पशुओं की रक्षा के लिए कोई कानून नहीं है? यदि है तो फिर ऐसे मामले क्यों आते हैं?
इस घटना ने एक बार फिर से हमें यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि हमारे देश में पशुओं की रक्षा के लिए क्या कर रहे हैं? क्या हमारे देश में पशुओं की रक्षा के लिए कोई कानून नहीं है? यदि है तो फिर ऐसे मामले क्यों आते हैं?