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प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी रही लड़की ने परिवार की फरियाद को ठुकरा दिया!
ठाना क्षेत्र के एक गांव से लापता युवती भाई-बहनों और दादी की घर वापस लौटने की गुहार को ठुकरा दिया। वह खुद को बालिग बताकर प्रेमी के साथ गई तो परिजन रोते हुए घर लौट गए। 🔥 इस घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया था। 💡 युवती के माता-पिता और भाई-बहन गांव में नहीं रहते हैं, जबकि वह यहां अपनी दादी के पास रह रही थी। ✨
युवती के कुछ समय पूर्व हरदुआगंज क्षेत्र के युवक के साथ प्रेम संबंध हो गए। परिजनों को इसके बारे में पता नहीं चल सका।
13 दिन पूर्व युवती घर से लापता हो गई। परिवार के लोगों ने उसे तलाशा लेकिन नहीं मिली। परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। दादी भी करती रही मनुहार, लेकिन नहीं पसीजी युवती 28 मई को युवती अपने प्रेमी और उसके परिजनों के साथ थाने पहुंच गई।
वह कहने लगी कि मैं अपने प्रेमी के साथ ही रहूंगी। युवती ने अपनी उम्र के प्रमाणपत्र के साथ गाजियाबाद में आर्य समाज रीति से विवाह करने के कागजात दिखाए। पुलिस ने युवती के परिजनों को भी थाने बुलवा लिया। उन्होंने युवती को काफी समय समझाया लेकिन वह प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी रही।
परिवार में चार बहनें और एक भाई हैं। सभी ने रो-रो कर बहन को काफी समझाया। दादी ने भी काफी मनुहार करते हुए गुहार लगाई लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।
आखिर में परिवार के लोग रोते हुए चले गए। पुलिस ने युवती को प्रेमी और उसके साथ आए उसके चाचा, मामा, भाई और बहनोई के साथ जाने की इजाजत दे दी। इस घटना ने पूरे समाज को हिला कर रख दिया था। क्या यह घटना एक संकेत है कि आज की युवा पीढ़ी कैसे अपने परिवार की तरफ से मुँह मोड़ लेती है? क्या यह घटना हमें सोचने के लिए मजबूर कर रही है कि हमारे समाज में प्रेम और विवाह की परिभाषा बदल रही है?
इस घटना ने हमें यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया कि आज की युवा पीढ़ी के माता-पिता क्या गलती कर रहे हैं? क्या वे अपने बच्चों के साथ कम समय बिता रहे हैं? क्या वे अपने बच्चों के मन की बात सुन नहीं पा रहे हैं? क्या यह घटना हमें सोचने के लिए मजबूर कर रही है कि आज के युग में माता-पिता और बच्चे के बीच की दूरी कैसे पाटी जा सकती है?