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हाईवे पर खूनी फायरिंग से दहशत, तीन युवकों की गिरफ्तारी से नया मोड़!
हाईवे पर हुई फायरिंग की घटना में तीन युवक गिरफ्तार, अन्य आरोपियों की तलाश जारी
कोतवाली इगलास क्षेत्र में 23 मई की एक घटना ने सभी को हिला कर रख दिया था। ✨ मथुरा-बरेली हाईवे पर दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर हुई मारपीट और फायरिंग से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया था। पुलिस ने तीन लोगों को 24 मई रात गिरफ्तार किया है, लेकिन मामले में नामजद शेष अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस जुटी हुई है। 🔥
क्षेत्राधिकारी महेश कुमार ने बताया कि 23 मई को दो गुट हाईवे पर वर्चस्व को लेकर आमने-सामने आ गए थे। 🚀 दोनों गुटों के लोगों ने एक-दूसरे पर तमंचे, हॉकी, लाठी-डंडे लेकर एक-दूसरे पर जानलेवा हमला कर दिया। हाईवे पर खुलेआम हुई फायरिंग से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
राहगीरों में भगदड़ मच गई, लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। मौके पर कई जूते-चप्पल भी छूट गए थे।
इस घटना के संबंध में पुलिस की ओर से 14 नामजदों सहित 20 अज्ञात के खिलाफ बहादुरपुर चौकी प्रभारी एसआई महीपाल सिंह द्वारा मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस टीम ने जनपद मथुरा के थाना राया के गांव सरुआ के टिल्लू, नगला जंगली के अमन उर्फ अशोक कुमार, हाथरस के थाना मुरसान के गांव शीतला के विवेक कुमार को गांव मान रजबहा के पास मथुरा-अलीगढ़ रोड से गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है। सीओ ने बताया है कि तीनों आरोपियों के खिलाफ इगलास के साथ राया व मुरसान थाने में भी मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस की तत्परता और सक्रियता से इस घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की उम्मीद है। इस घटना ने एक बार फिर से समाज में फैले अपराध की समस्या को उजागर कर दिया है।
इस घटना में कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि आखिर क्यों दो गुट हाईवे पर आमने-सामने आ गए? क्या इन गुटों के बीच कोई पुरानी दुश्मनी थी? क्या पुलिस ने इस घटना के पहले कोई कदम उठाया था? इन सभी सवालों के जवाब पुलिस की जांच में निकल आएंगे। लेकिन इस घटना ने एक बात साफ कर दी है कि समाज में अपराध की समस्या काफी बड़ी है और इसके लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। सरकार और पुलिस के लिए यह एक चुनौती है कि वे इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाएं और समाज में शांति स्थापित करें।