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क्या अलीगढ़ की राजनीति में मौत का साया हावी हो गया है?
मनीष शर्मा की मौत ने अलीगढ़ की राजनीति को हिला कर रख दिया है, जिसने पूरे सपा छात्र सभा जिलाध्यक्ष और फिलहाल आप में सक्रिय नेता थे। 💡 उनकी मौत का कारण सिर की हड्डी टूटने, फेफड़ा फटना और एक पैर में चोट आना था, जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई है। परिवार में कोहराम मचा हुआ है, और बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम सस्कार कर दिया गया। मनीष की मौत से शहर के विभिन्न दलों के नेताओं ने सीओ से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है।
इधर, 21 मई की रात आई आंधी-बारिश से बचने के लिए कोतवाली क्षेत्र के बाबरी मंडी निवासी मनीष शर्मा सेंटर प्वाइंट पर एक कपड़ा शोरूम के नीचे खड़ा हो गए थे। ✨ शोरूम की तीसरी मंजिल से बाउंड्री की दीवार उनके सिर पर गिर गई।
मेडिकल कॉलेज में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मनीष की मृत्यु की खबर पर युवा नेता रात को ही पहुंच गए। सुबह पोस्टमार्टम केंद्र पर भी जमावड़ा रहा। ✅
इधर, सपा नेता रंजीत सिंह, बसपा नेता सलमान शाहीद, भाजपा नेता अमित गो्स्वामी आदि सहित तमाम युवा नेता दोपहर में सीओ तृतीय से मिले। कहा कि इस मामले में कपड़ा शोरूम संचालक पर लापरवाही के संबंध में मुकदमा दर्ज होना चाहिए। सीओ स्तर से उन्हें भरोसा दिलाया गया। कहा कि आप लोग परिवार की ओर से तहरीर दिलवाएं।
मामले में जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में शहर के विभिन्न दलों के नेताओं ने सीओ से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में कपड़ा शोरूम संचालक पर लापारवाही के संबंध में मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
सीओ स्तर से उन्हें भरोसा दिलाया गया। कहा कि आप लोग परिवार की ओर से तहरीर दिलवाएं। मामले में जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
मनीष शर्मा की मौत ने अलीगढ़ की राजनीति में एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या यह मौत एक दुर्घटना है या कुछ और? इस मामले में जांच जारी है, और शहर के विभिन्न दलों के नेताओं ने सीओ से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है। इधर, लोग प्रश्न कर रहे हैं कि क्या अलीगढ़ की राजनीति में मौत का साया हावी हो गया है?