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हिंदुत्व के एजेंडे को धार दे आज यूपी छोड़ देंगे भागवत, मथुरा के संत से खास मुलाकात की रही चर्चा 📰🕊️
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश को जमकर मथा। ✅ यूं तो संघ प्रमुख का प्रवास नियमित कार्यक्रम माना जाता है, लेकिन अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव और 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व के एजेंडे पर जोर देना कहीं न कहीं प्रदेश की राजनीतिक दिशा को प्रभावित करता है।
प्रदेश की राजनीति में संघ प्रमुख का यह भ्रमण क्या असर करेगा यह तो समय बताएगा, लेकिन शताब्दी वर्ष में संघ कार्य की गति तेज करने के लिए शाखाओं की संख्या बढ़ाने का मंत्र भागवत ने जरूर दिया। 💡 संघ प्रमुख का उत्तर प्रदेश का प्रवास सोमवार को अलीगढ़ में समाप्त हो जाएगा।
यहां से वह सोमवार को शाम चार बजे टप्पल के रास्ते दिल्ली रवाना होंगे। संघ प्रमुख प्रत्येक वर्ष देशभर में विभिन्न प्रांतों में प्रवास करते हैं। 💡 इस दौरान अलग-अलग शहरों में वह रहते हैं, जिस शहर में वह रहते हैं, वहीं प्रांत के पदाधिकारी मौजूद रहते हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रवास के दौरान वह वाराणसी, लखनऊ, कानपुर गए। वहां से 17 से 21 अप्रैल तक ब्रज प्रांत का प्रवास अलीगढ़ आए। वह 14 साल बाद अलीगढ़ आए हैं।
सभी स्थानों पर उन्होंने हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए शाखाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। विजय दशमी के बाद हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए पूरे साल कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके तहत घर-घर संपर्क, हिंदू सम्मेलन होंगे।
सद्भाव बैठकों के सहारे दलित और पिछड़े समाज के लोगों को संघ से जोड़ने का कार्य होगा। यह कार्य विजय दशमी 2026 तक चलेगा। इसी दौरान प्रदेश में पंचायत चुनाव होंगेे। इन कार्यक्रमों का असर जहां पंचायत चुनावों को प्रभावित करेगा वहीं 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी इसका असर दिखाई देगा।
केशव सेवा समिति के पदाधिकारियों का जताया आभार संघ प्रमुख के प्रवास का कार्यक्रम केशव सेवाधाम में हुआ। इसलिए रविवार को संघ प्रमुख ने केशव सेवा समिति के सदस्यों के साथ बैठक करने अच्छी व्यवस्थाएं रखने के लिए आभार जताया।
संघ प्रमुख ने सेवाधाम में चल रहे कार्यों की जानकारी ली। इस मौके पर केशव सेवा समिति के अध्यक्ष श्याम नारायण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजीव अल्फा, कालीचरण, मनवीर समेत 10 पदाधिकारी मौजूद रहे। संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने के लिए मथुरा के एक संत रविवार की सुबह केशव सेवाधाम पहुंचे। चर्चा है कि उनको संघ प्रमुख के पास पहुंचने की विशेष अनुमति दी गई थी, इसलिए उनका प्रवेश पत्र भी तैयार नहीं किया गया।
संघ प्रमुख से करीब एक घंटे की मुलाकात के बाद वह रवाना हो गए। बताया जाता है कि इन संत का मथुरा में बड़ा आश्रम है और काफी प्रख्यात हैं। इस मुलाकात की शहर में काफी चर्चा रही। संघ प्रमुख से मुलाकात के लिए ब्रज प्रांत के 44 लोगों का चयन किया गया।
इसकी सूची तैयार कराकर प्रवेश पत्र बने। रविवार की सुबह ये सभी केशव सेवाधाम पहुंचे। इन लोगों में वरिष्ठ स्वयंसेवक, पूर्व प्रचारक, पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल रहे। अलीगढ़ के नौ लोगों का चयन किया गया, जबकि संघ प्रमुख से मिलने की इच्छा रखने वालों की बड़ी संख्या थी।
बताया जाता है कि अलीगढ़ विभाग के 50 से अधिक लोगों ने संघ प्रमुख से मिलने के लिए अपना नाम सूची में चढ़वाने का प्रयास किया। संघ के पदाधिकारियों ने कुछ वरिष्ठ स्वयंसेवकों से स्पष्ट मना कर दिया, लेकिन कुछ लोगों से मना नहीं कर सके तो वह रविवार को केशव सेवाधाम पहुंंच गए। वहां पता चला कि उनका नाम सूची में नहीं है तो उन्हें संघ प्रमुख से न मिल पाने का मलाल हुआ। कुछ वरिष्ठ स्वयंसेवकों ने बताया कि सूची तैयार करने में मनमानी की गई है।