- Home
- शिक्षा
- अब कॉलेजों की मेरिट लिस्ट जारी होगी! जानिए क्या होगा एडमिशन के लिए हेल्प डेस्क का महत्व
शिक्षा
अब कॉलेजों की मेरिट लिस्ट जारी होगी! जानिए क्या होगा एडमिशन के लिए हेल्प डेस्क का महत्व
वर्ष 2026 शैक्षिक सत्र में राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय ने एक नवीन पहल की शुरुआत की है। 💡 इस पहल के तहत विश्वविद्यालय अब स्नातक और परास्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए मेरिट सूची जारी करेगा। 🔥 पिछले साल तक मेरिट सूची महाविद्यालय स्तर से जारी होती थी। 💡
लेकिन अब विश्वविद्यालय ने यह जिम्मेदारी ली है और इससे विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा अवसर होगा। इस पहल के तहत 25 मई को विश्वविद्यालय से संबद्ध एटा, कासगंज, अलीगढ़ और हाथरस के महाविद्यालयों में प्रवेश को लेकर समर्थ पोर्टल संबंधी आईटीएम कॉलेज ऑफ एजूकेशन में कार्यशाला हुई। कुलपति प्रो. एनबी सिंह ने बताया कि समर्थ पोर्टल पर वेब पंजीकरण के बाद विश्वविद्यालय परिसर, राजकीय, अनुदानित, स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों की मेरिट लिस्ट विश्वविद्यालय जारी करेगा।
इसके बाद ही महाविद्यालय मेरिट के हिसाब विद्यार्थी का प्रवेश ले सकेगें। उन्होंने कहा कि एटा, हाथरस, कासगंज और अलीगढ़ के महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने परिसर में प्रवेश संबंधी हेल्प डेस्क स्थापित कर लें।
विश्वविद्यालय के समर्थ नोडल अधिकारी प्रो. एसके रावत ने बताया कि महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्धारित सीटों के सापेक्ष शासन के आदेशों में निर्धारित प्रवेश प्रक्रिया सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि पहले पंजीकरण के लिए आवेदक का ई-मेल आईडी व मोबाइल नंबर पंजीकृत किया जाता है।
विश्वविद्यालय समर्थ पोर्टल पर पंजीकरण के लिए ई-मेल आईडी मोबाइल नंबर, फोटो, हस्ताक्षर, अर्हता के प्रमाण पत्रों की जेपीजी/पीडीएफ (10 केबी से 50 केबी) फाइल अपलोड होंगी। पंजीकरण की अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव वीके सिंह, आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सचिव दिंकल अग्रवाल, उपकुलसचिव कैलाश बिंद, सहायक कुलसचिव शशांक मालवीय आदि मौजूद रहे। एक तरफ जहां इस पहल से विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा अवसर होगा वहीं दूसरी तरफ इससे महाविद्यालयों पर भी दबाव आएगा।
लेकिन यह भी सच है कि इससे विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर होगा। विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किया है कि सभी विद्यार्थियों को न्याय मिले। लेकिन इसके लिए हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हमारे महाविद्यालयों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हो।
इस पहल के पीछे क्या है और क्या होगा इसका असर, यह सब हमें समय के साथ पता चलेगा। लेकिन अभी यह कहना जरूरी है कि विश्वविद्यालय ने एक अच्छा कदम उठाया है और इससे विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा अवसर होगा।