उत्तर प्रदेश और राजस्थान के मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को दी जाने वाली दवाओं के दुष्प्रभाव का अध्ययन एक बड़ा कदम है। एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में अब इस अध्ययन के लिए एक रीजनल स्थापित किया जाएगा। ✨ जल्द ही इंडिया फार्मोकोपिया कमीशन (आईपीसी) गाजियाबाद से इसकी अनुमति मिलने की उम्मीद है। 🌟
फार्माकोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉ. इरफान खान कहते हैं कि अमेरिका में 50 से 60 फीसदी मरीजों को दी जाने वाली दवाओं के प्रतिकूल असर का अध्ययन किया जाता है। भारत में यह महज दो फीसदी है। 🌟 इसलिए अब इसे बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है,...
अलीगढ़ के मलखान सिंह जिला अस्पताल में पिछले दस साल से स्किन का कोई डॉक्टर नहीं है। यह स्थिति तब है जब हर रोज स्किन के तीस मरीज यहां आ रहे हैं। वहीं हृदय रोग विशेषज्ञ के भी दो पद स्वीकृत हैं, लेकिन एक भी डॉक्टर की तैनाती नहीं है। 💡 तीन साल से फिजिशियन का इंतजार भी अस्पताल प्रशासन कर रहा है।
जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 1400-1500 मरीज आते हैं। मगर अस्पताल में स्वीकृत 43 डॉक्टराें के सापेक्ष 24 डॉक्टरों के पद रिक्त हैं। 🔥 स्किन रोग के डॉक्टर न होने की वजह से मरीजों को लौटना पड़ता...
मेडिकल फिटनेस में फेल अभ्यर्थियों से दो लाख रुपये मांगने का बड़ा घोटाला सामने आया है। उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती के मेडिकल फिटनेस में फेल हुए अभ्यर्थियों से री-मेडिकल में पास कराने के नाम पर ऑडियो के जरिए दो लाख रुपये मांगे जा रहे थे। ✨ यह ऑडियो 28 अप्रैल को वायरल हुआ, जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने ऑडियो को सही नहीं माना था।
हालांकि, अमर उजाला में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने एसपी यातायात को जांच करने के निर्देश दिए हैं। 🌟 इस मामले के संबंध में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिसकर्मी ऑडियो...
अलीगढ़, जिला प्रशासन की एक संशोधित पहल ने अलीगढ़ में पेट्रोल-डीजल की संकट की स्थिति को टाल दिया है। सीमा पर स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर 5 हजार लीटर डीजल और 2 हजार लीटर पेट्रोल आरक्षित रखने के निर्देश जारी किए हैं। 🔥 इस निर्णय के पीछे क्या تاريخ है? अलीगढ़ जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है क्योंकि सीमा पर स्थिति बहुत ही संवेदनशील है और किसी भी अप्रिय स्थिति में आम जनता को असुविधा का सामना ना करना पड़े।
इसलिए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि पेट्रोल...
हापुड़ जिले में एक युवक शिवम ने एक असाधारण मिसाल पेश करते हुए एक घायल और बीमार कछुए की जान बचाई है। ✨ यह कहानी सिर्फ एक जानवर की जिंदगी बचाने की नहीं, बल्कि करुणा, समर्पण और आधुनिक वेटरनरी चिकित्सा की सफलता की भी है। 🌟
हापुड़ के रहने वाले शिवम को अपने घर के पास स्थित तालाब के किनारे एक कछुआ दर्द से तड़पता हुआ मिला। उसके पिछले हिस्से से कुछ अजीब सा बाहर निकला हुआ था। ✅ पहली नज़र में शिवम को समझ में आ गया कि कछुआ किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
उन्होंने उसे तुरंत अपने घर ले...
स्वास्थ्य सेवाओं में मील का पत्थर, 11 नई एंबुलेंस से अतरौली की सेहत में सुधार! सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौली के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एक बड़ी सौगात मिली है। ✅ मई को सूबे के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह और पूर्व मंत्री राजवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर इन 11 नई एंबुलेंस को रवाना किया। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि अतरौली में सात 102, तीन 108 एंबुलेंस मिली हैं। ✅ इनमें से एक एंबुलेंस वेंटिलेटर युक्त एडवांस सपोर्ट सिस्टम से लैस है। 🌟
मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार...
अलीगढ़ के सरकारी अस्पतालों में टिटनेस का इंजेक्शन भी सिफारिशों पर लग रहा है। 🔥 जिसकी कोई पहचान नहीं है उसे अस्पताल से यह कहकर टरका दिया जा रहा है कि इस चोट पर इंजेक्शन की कोई जरूरत नहीं है। 🌟 इस प्रकार के मामले अफसरों तक पहुंचने लगे हैं मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही। 💡
यह वाक्या अलीगढ़ जिले के सरकारी अस्पतालों में टिटनेस के इंजेक्शन की कमी के बीच में हो रहा है। जहां मरीज टिटनेस के इंजेक्शन के लिए तरस रहे हैं, वहां चिकित्सा कर्मी उन्हें अगले दिन आने की कहकर टरका दिया जा रहा है। इस...
निजी चिकित्सालयों व मेडिकल स्टोर संचालकों के सामने सरकारी तंत्र भी लाचार है। रात में शहर में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की कमी से जूझते मरीजों को राहत दिलाने में स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी हाथ खड़े कर रहे हैं। 💡 इस समस्या की शुरुआत कैसे हुई? इसके लिए हमें पीछे जाना होगा। 🚀
शहर में निजी चिकित्सालयों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 🔥 लेकिन इन चिकित्सालयों में काम करने वाले डॉक्टरों और नर्सों की संख्या में कमी है, जिसके कारण ये चिकित्सालय रात में बंद हो जाते हैं। इससे मरीजों को रात में उपचार के लिए भटकना पड़ता...
हाथरस में पिछले तीन दिनों से मौसम में आए बदलाव का असर बच्चों की सेहत पर दिख रहा है। यह बदलाव कोई अचानक नहीं है, बल्कि मौसम की नाजुक स्थिति का नतीजा है पिछले कुछ महीनों में मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है, जिसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 200 से अधिक बच्चे विभिन्न बीमारियों से ग्रसित होकर पहुंच रहे हैं।
इनमें खांसी, जुकाम, बुखार और बदन दर्द की शिकायतें सामने आ रही हैं। ✨ नवजात शिशुओं में निमोनिया और डायरिया के मामले भी देखे जा रहे हैं। ✅ ये सभी...
सादाबाद तहसील के कस्बा सहपऊ में स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने वाली कंपनी जीएमआर ने मोबाइल स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया। 🔥 इस शिविर में 175 से अधिक लोगों की जांच की गई और उन्हें निशुल्क दवाएं दी गईं। ✨ कंपनी की मेडिकल टीम गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य शिविर लगाती है।
असहाय लोगों की मदद असहाय लोगों की मदद यह सेवा उन क्षेत्रों में दी जाती है, जहां कंपनी स्मार्ट मीटर लगा रही है। इस सामाजिक पहल के पीछे क्या था? क्या यह कंपनी की एक नई पहल है जिसका मकसद गरीब और असहाय लोगों की मदद करना है? यह सवाल कई...