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पानी की मारामारी में सड़क पर उतर आए लोग, नगर निगम के दावों की पोल खोलता है ये सच

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अलीगढ़ महानगर में पानी की कोई कमी नहीं है. हर घर में नल का जल पहुंच रहा है. यह दावे नगर निगम, जल निगम से लेकर जनप्रतिनिधि तक करते आए हैं. लेकिन फिर भी शहर में कोई दिन ऐसा नहीं बीत रहा जब पानी के लिए लोग सड़क पर न उतर रहे हों. नगर निगम दफ्तर पर प्रदर्शन न होता हो. कई दफा मेयर आवास का भी घेराव हो चुका है. नगर निगम बोर्ड की बैठक में भी यह मुद्दा खूब गूंज चुका. विधायक धरने पर बैठ चुके. अलीगढ़ नगर निगम सीमा विस्तार पेयजल योजना ग्रुप बी, लागत - 125.86 करोड़ 14 नवंबर 2022 को योजना की स्वीकृति शासन से मिली 11 दिसंबर 2025 को कार्य पूरा होने की समय सीमा है अभी तक 45 फीसदी काम भी पूरा नहीं हो सका है. अलीगढ़ नगर निगम सीमा विस्तार पेयजल योजना ग्रुप सी, लागत - 127.11 करोड़ 14 नवंबर 2022 को योजना की स्वीकृति शासन से मिली 28 जनवरी 2026 को कार्य पूरा होना है. अभी तक 60 फीसदी काम भी पूरा नहीं हो सका है. पेयजल समस्या बेहद गंभीर है. नगर निगम के अधिकारी उदासीन बने हुए हैं. कई बार इस संबंध में वार्ता हुई लेकिन नगर निगम का रुख समाधान के लिए प्रयास करता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. इस संबंध में शासन में बात रखी जाएगी. शहर के अलग-अलग हिस्सों में नए मिनी नलकूप लगाए गए हैं. रखरखाव के लिए कार्यदायी संस्था नियुक्त कर दी गई है. जहां पर भी समस्या आ रही है उसका जल्द से जल्द समाधान कराया जाएगा. हमने कुछ मिनी नलकूप शुरू किए. कुछ मोटर फुंक गई हैं, जिसकी वजह से आपूर्ति प्रभावित हुई है. जल्द ही इनकी मरम्मत करा कर आपूर्ति को सही कर दिया जाएगा. डोरी नगर में भी सर्वे कराकर समाधान कराया जाएगा. नगर निगम दावा करता है 110 लीटर पानी प्रति व्यक्ति प्रति दिन आपूर्ति का लेकिन हकीकत यह है कि प्रति व्यक्ति प्रति दिन 35 लीटर पानी ही उपलब्ध हो पा रहा है. गर्मी में जब मांग बढ़ जाती है तो उस स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम के पास कोई ठोस योजना नहीं है. नलकूप का रखरखाव भी ठीक नहीं है जिससे संकट बढ़ जाता है.- जो नई पाइप लाइनें बिछाई गई हैं उनमें लीकेज की समस्या है. लीकेज को ठीक नहीं करा पा रहे हैं. काम करने वाली एजेंसी भी इसको गंभीरता से नहीं ले रही है. नागरिक परेशान हैं. शहर की बढ़ती हुई पेयजल मांग की तो छोड़िए, वर्तमान जरूरत को पूरी करना ही नगर निगम के लिए कठिन हो रहा है. साथ ही निजी नलकूपों पर भी कोई नियंत्रण नहीं है. यह समस्या सिर्फ अलीगढ़ तक सीमित नहीं है. यह एक व्यापक समस्या है जिसका समाधान निकालना होगा. यह समस्या सिर्फ पानी की कमी से जुड़ी हुई है. बलुई यह है कि नगर निगम के पास कोई ठोस योजना नहीं है. यह समस्या सिर्फ नगर निगम की नहीं है. यह समस्या सरकार की है. यह समस्या हम सभी की है. हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. यह समस्या सिर्फ अलीगढ़ में नहीं है. यह समस्या पूरे देश में है. यह समस्या सिर्फ पानी की कमी से जुड़ी है. यह समस्या सिर्फ नगर निगम की नहीं है. यह समस्या सरकार की है. यह समस्या हम सभी की है. हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. इस समस्या से निपटने के लिए हम सभी को मिल कर काम करना होगा. हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. नगर निगम के अधिकारी इस समस्या से निपटने के लिए ठोस योजना ला कर काम कर रहे हैं. लेकिन हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. यह समस्या काफी गंभीर है. यह समस्या हम सभी के सामने है. हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. नगर निगम के अधिकारी इस समस्या से निपटने के लिए काम कर रहे हैं. लेकिन हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. हम सभी को मिल कर इस समस्या से निपटना होगा. 🌟






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