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अलीगढ़ में ट्रेन हादसे की बड़ी गाथा : डीजल रिसाव का खतरा
अलीगढ़ से लेकर गाजियाबाद तक, 120 किलोमीटर के सफर में, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन ने रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा खतरा पैदा कर दिया। ✅ ट्रेन गाजियाबाद से चलकर दादरी, मारीपत, बोडाकी, दनकौर, खुर्जा, चोला, सोमना, कुलवा, महरावल स्टेशन के बाद करीब 120 किलोमीटर का सफर तय कर अलीगढ़ स्टेशन पर पहुंची। 🚀
इस दौरान किसी का ध्यान टैंक से रिस रहे डीजल पर नहीं गया। 💡 यह एक बड़ा खतरा था जिसका नतीजा काफी खतरनाक हो सकता था। अलीगढ़ की आरपीएफ टीम ने जब अपने परिक्षेत्र में जांच की तो सोमना रेलवे स्टेशन तक ट्रैक पर डीजल बिखरा नजर आया है। जबकि ड्रिल मशीन डीजल टैंक में गाजियाबाद क्षेत्र में फंसी थी।
रेलवे अफसरों ने इस पर सतर्क होकर टैंक से रिस रहे डीजल को रोकने का प्रयास किया। लेकिन डीजल का रिसना बंद नहीं हुआ। फिर टैंक से पाइप के जरिए ड्रम में डीजल तेल को बाहर निकलवाया गया।
ट्रेन को करीब 02 घंटे 19 मिनट बाद शाम 05:05 मिनट पर गंतव्य को रवाना किया गया। इस पूरे घटनाक्रम का ज्वाइंट नोट तैयार किया गया। जिसे अफसरों को भेजा गया है। गाजियाबाद स्टेशन के पास से टैंक में घुसी थी ड्रिल मशीन आरपीएफ पोस्ट कमांडर अमित कुमार सिंह ने बताया कि गाड़ी के लोको पायलट केएन शुक्ला ने बताया कि गाड़ी नई दिल्ली से थ्रू आ रही थी।
उन्हें पता नहीं चला न इंजन से कुछ टकराने जैसी आवाज आई। इस घटना से रेलवे की लापरवाही और डीजल रिसाव का चलता है।
2000 यात्रियों को खतरे में डाल दिया गया था। अगर किसी ने टैंक से रिस रहे डीजल की ओर ध्यान दिया था तो यह बड़ी त्रासदी हासिल हुई होती। इस घटना से यह भी पता चलता है कि किस तरह से लापरवाही और लापरवाही की वजह से बड़े हादसे हासिल हो सकते हैं।
अलीगढ़ के लोगों ने इस घटना से काफी डर लगा है और वे चाहते हैं कि सरकार और रेलवे अधिकारी इस तरह की लापरवाही की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के लिए कार्रवाई करें। यह घटना एक सीख है कि कैसे लापरवाही और लापरवाही की वजह से बड़े हादसे हासिल हो सकते हैं। अलीगढ़ के लोगों ने इस घटना से काफी डर लगा है और वे चाहते हैं कि सरकार और रेलवे अधिकारी इस तरह की लापरवाही की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के लिए कार्रवाई करें।