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पुरैनी गांव की पहचान सैनिकों से है, 'डॉक्टर डेथ' से न जोड़ें गांव का नाम...
पुरैनी गांव की पहचान सैनिकों से है, जिसकी पहचान सही मायने में सैनिकों के गांव से है। 🌟 प्रवीण कुमार ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और देश की सरहद की रक्षा के लिए अपना जीवन दिया। ✅ वहीं पुरैनी आज डॉक्टर डेथ की करतूतों के कारण देशभर में बदनाम हो रहा है। जिस गांव ने देश की सरहद की रक्षा के लिए अपने लाडलों को भेजा था, आज उसी गांव का नाम बदनाम हो रहा है। ✅
प्रवीण कुमार के नाम से द्वार है, जिनके बलिदान पर पूरा गांव गर्व करता है। आज पूरे देश में डॉक्टर डेथ की वजह से गांव का नाम बदनाम हो रहा है। पुरैनी गांव की आबादी करीब 2500 है, जिसमें जाट, ब्राह्मण, वैश्य, जाटव और खटीक समाज के लोग रहते हैं।
इनमें 50 से अधिक सैनिक और पूर्व सैनिकों के परिवार हैं। पूर्व प्रधान उधम सिंह के पुत्र सोनू चौधरी बताते हैं कि प्रवीण उनका तहेरा भाई था। पुरैनी गांव में करीब 200 किसान परंपरागत खेती से हटकर चकोरी की खेती कर रहे हैं।
देवेंद्र के नाम से गांव की बदनामी हो रही है। यहां के सैनिकों ने कई युद्ध और ऑपरेशन में हिस्सा लिया है। मैं स्वयं भी सेना के अभियानों में शामिल रहा हूं।
एक व्यक्ति की वजह से गांव के बारे में कोई धारणा नहीं बनाई जानी चाहिए। मेरे भाई प्रवीण ने देश की सेवा करते हुए जान दी है।
उसके बलिदान पर पूरा गांव गर्व करता है। आज पूरे देश में डॉक्टर डेथ की वजह से गांव का नाम बदनाम हो रहा है। यहां के ग्रामीण बताते हैं कि उनके गांव में हत्या या बड़ा अपराध नहीं हुआ है। छोटे-मोटे कोई झगड़े हुए भी तो उन्हें आपस में बैठकर सुलझा लिया गया।
जल्लूपुर सिहोर निवासी जगदीश सिंह ने हाल ही में 138 बीघा जमीन खरीदी हैं। वह कहते हैं कि गांव में सभी लोग मिलनसार हैं, यकीन नहीं होता कि यहां का एक व्यक्ति इतना बड़ा जल्लाद भी हो सकता है।
गांव में करीब 200 किसान परंपरागत खेती से हटकर चकोरी की खेती कर रहे हैं। देवेंद्र के नाम से गांव की बदनामी हो रही है। यहां के सैनिकों ने कई युद्ध और ऑपरेशन में हिस्सा लिया है। मैं स्वयं भी सेना के अभियानों में शामिल रहा हूं।
पुरैनी गांव की पहचान सैनिकों से है, जिसकी पहचान सही मायने में सैनिकों के गांव से है। प्रवीण कुमार ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और देश की सरहद की रक्षा के लिए अपना जीवन दिया।
वहीं पुरैनी आज डॉक्टर डेथ की करतूतों के कारण देशभर में बदनाम हो रहा है।