शिक्षा

अलीगढ़ में कक्षा 6 और 9 की प्रवेश परीक्षा में 4149 बच्चों ने नहीं दिया एंट्रेंस, अब क्या होगा?

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के 31 केंद्रों पर 11 मई को कक्षा 6 और 9 में प्रवेश के लिए परीक्षा हुई। इस परीक्षा क्या था? क्या इसके पीछे की कहानी क्या है? यह परीक्षा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण परीक्षा थी। 🔥 यह परीक्षा कक्षा 6 और 9 के छात्रों के लिए एंट्रेंस टेस्ट था। 🔥 इस परीक्षा में 31 केंद्रों पर हुआ था, जिसमें 14,375 छात्रों ने आवेदन किया था।

लेकिन 2847 छात्र गैरहाजिर रहे और 1302 छात्रों ने आवेदन किया था लेकिन गैरहाजिर रहे। 🔥 इस परीक्षा में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। त्रिस्तरीय जांच के बाद परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में इंट्री दी गई। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 31 केंद्रों पर कक्षा 9 की प्रवेश परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक हुई।

इसमें 14,375 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। 11,528 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 2847 विद्यार्थी गैरहाजिर रहे। वहीं, दूसरी पाली में कक्षा 6 की प्रवेश परीक्षा शाम 4 से 6 बजे तक हुई। इनमें 8,776 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था।

7474 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 1302 गैरहाजिर रहे। कुलपति प्रो. नइमा खातून ने सहकुलपति प्रो. मोहम्मद मोहसिन खान, प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली के साथ परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया।

सवालों को हल करने में दिक्कतें नहीं हुईं। कामयाबी मिलेगी।

- जकिया अंबर, कक्षा-9, फतेहपुर- पेपर अच्छा हुआ है। विज्ञान के सवाल थोड़े मुश्किल थे। नतीजे पक्ष में आएंगे।

कई वर्षों के परीक्षा के पैटर्न को पढ़ा-समझा था। पूरी उम्मीद है कि कामयाबी मिलेगी।

तैयारी के हिसाब से प्रश्न भी आए थे। पेपर अच्छा हुआ है। पास हो जाऊंगी।

गर्मी से जूझे परीक्षार्थी व अभिभावक 11 मई को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस होने के चलते गर्मी ज्यादा रहा। यूनिवर्सिटी परिसर में सुबह से शाम तक बच्चों और अभिभावकों को मिलाकर 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौजूदगी थी। सभी गर्मी से जूझते नजर आए। परीक्षा संपन्न होने के बाद अपने-अपने घरों को जाने के लिए रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर परीक्षार्थियों और अभिभावकों की भीड़ रही।

यूनिवर्सिटी मार्ग पर जाम भी लग गया। परीक्षा में लखनऊ, रामपुर, बिजनौर, सहारनपुर, मेरठ, कानपुर, फिरोजाबाद, आगरा, एटा, कासगंज, बुलंदशहर, बरेली, शाहजहांपुर, अमरोहा इटावा, संभल, गोंडा, आजमगढ़, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, सहित अन्य जिलों के अलावा बिहार, कोलकाता, जम्मू-कश्मीर व दिल्ली के बच्चे शामिल हुए। इस परीक्षा में छात्रों ने काफी मेहनत की और अच्छे नतीजे काफी हद तक उम्मीद से अच्छे थे।

लेकिन अब सवाल यह है कि क्या यह परीक्षा वास्तव में अच्छी थी? क्या यह परीक्षा छात्रों के लिए फायदेमंद थी? इन सवालों के जवाब के लिए हमें और अध्ययन करने की जरूरत है। यह परीक्षा में काफी सीखने की बातें हैं। यह परीक्षा में काफी चुनौतियां भी थीं। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि कैसे यह परीक्षा इतने बड़े स्तर पर आयोजित हुई।

यह परीक्षा इतने सारे छात्रों के लिए काफी मुश्किल थी। लेकिन फिर भी यह परीक्षा सफल हुई और यह एक बड़ी कामयाबी थी। अंत में यह कहा जा सकता है कि यह परीक्षा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए एक बड़ी सफलता थी।

यह परीक्षा छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर था। यह परीक्षा न केवल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक अच्छा संदेश था।






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