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पिता की मौत के बाद बेटा ने दी मुखाग्नि, SDM ने ली बेटी की पढ़ाई की जिम्मेदारी :एक परिवार की कहानी

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सादाबाद में एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। 42 वर्षीय चौकीदार राजकुमार का शव मिलने से क्षेत्र में तनाव फैल गया था। लोगों के मन में इस हत्या के पीछे किसके हाथ हैं इस बात की चिंता थी। 🔥

गढ़ी खंजमा निवासी राजकुमार के परिजनों ने कोल्ड स्टोरेज मालिक और कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया था। 🚀 परिजनों और ग्रामीणों ने विरोध में सड़क जाम कर दिया था। 🚀

एसडीएम संजय कुमार और कार्यवाहक सीओ श्याम वीर सिंह के समझाने पर जाम तो खुला लेकिन लोग कोल्ड स्टोरेज के सामने धरने पर बैठ गए थे। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था। पोस्टमॉर्टम के बाद जब शव गांव पहुंचा तो माहौल और भी गमगीन हो गया था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में रात में अंतिम संस्कार किया गया था।

मृतक के 14 वर्षीय बेटे श्यामू ने मुखाग्नि दी थी। मुखाग्नि देते समय श्मशान में मौजूद सभी लोग भावुक हो गए थे। मृतक अपने पांच भाइयों में सबसे छोटा था।

उसके पीछे पत्नी सुमन, बड़ी बेटी मोनिका, छोटी बेटी राधे और बेटा श्यामू हैं। मोनिका ने हाल ही में नवोदय विद्यालय से 12वीं की परीक्षा दी है।

राधे 9वीं में और श्यामू 8वीं कक्षा में पढ़ते हैं। एसडीएम संजय कुमार ने मृतक की बड़ी बेटी की शिक्षा की जिम्मेदारी लेने का वादा किया है। साथ ही सरकार की ओर से परिवार को सभी प्रकार की आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है।

परिवार के सामने मृतक चौकीदार की पत्नी सुमन के ऊपर पूरे परिवार के भरण पोषण की समस्या आज खड़ी है। बड़ी बेटी पढ़ने मौसी आ रहा है लेकिन उसे भी आगे की उच्च पढ़ाई के लिए पैसे की आवश्यकता पड़ेगी। इस घटना ने पूरे परिवार की जीवन शैली को बदल दिया है।

अब मृतक के परिवार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करना होगा। इस घटना ने सभी लोगों को सोचने पर मजबूर किया है कि आखिर क्यों हमारे समाज में अपराध इतना बढ़ गया है। क्या हमें अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे।

यह घटना हमें सोचने पर मजबूर कर रही है क्या कर रहे हैं हम अपने समाज के लिए। इस घटना ने हमें बताया है कि हमें अपने समाज के लिए कुछ करना होगा तभी हमारा समाज सुधरेगा।






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